दायें वाले खड़े पाईप में मल और पानी चलते हैं इस लिए इसे सायल स्टेक कहते हैं .
हर फ्लोर की डब्लू सी इस के साथ आ कर जुडती है .
सब से ऊपर वाले फ्लोर पर इस पाईप को हवा में खुला छोड़ दिया जाता है .
इस पर कोविल लग जाता है त़ा की हवा अंदर आ सके .
यह वेन्ट पाईप का काम भी करता है . वेन्ट का मतलब हवा .
याद रहे कोई भी डब्लू सी इस से 6 फूट से ज्यादा दूरी पर नहीं होनी चाहीए.
डब्लू सी में ही पी ट्राप बना होता है .
अगर डब्लू सी स्टेक से जादा दूर होगी तो उसे हवा नहीं मिलेगी.
इस लिए डब्लू सी की साईफन काम नहीं करेगी
और इस में पानी नही रूकेगा. डब्लू सी पूरी खाली हो जाएगी .
बदबू आने लगेगी .
अगर डब्लू सी की दूरी ज्यादा है तो हवा का पाईप अलग से जोड़ना पड़ेगा.
इस फोटो में सभी ट्राप्स के लिए हवा के पाईप अलग हैं .
इन पाईपों को वेन्ट पाईप कहा जाता है .
वेन्ट का मतलब ही हवा होता है .
सैनीटरी
सैनीटरी (sanitary) का मतलब सफाई, यह शब्द आया सैनीटेशन (sanitation) से.
प्लम्बिंग
प्लम्बिंग (plumbing) का मतलब है एक पाईप को दूसरे पाईप से जोड़ना . जोड़ने वाले को प्लमबर कहते हैं .
साईफन क्या होती है ?
कार की टंकी से पीवीसी फ्लेक्सिब्ल पाईप से पेट्रोल नीकालने के लिए का एक सिरा टंकी में पेट्रोल में डूबा दो और दूसरे सिरे पर मुहं लगा कर हवा खींचो. पेट्रोल आप के मुहं में आ जाएगा.
इस सिरे को अब बोतल में डाल दो पेट्रोल आता रहेगा क्यों की अब साईफन बन गयी,
बोतल भरने से पहले टंकी वाले सिरे को टंकी में उठा कर हवा दे दो.
साइफन टूट जायगी और पेट्रोल बाहर आना बंद हो जाऐगा.
साइफन टूटने के लिए पाईप का हवा को अंदर लेना बहुत जरूरी है.
इसी तरेह ड्रेन में पानी छोड़ने पर साइफन ईफैक्ट पानी को नीचे खींचता है और अंत में ट्रैप को हवा मिल जाती है और थोडा पानी ट्रैप में छोड़ कर साइफन टूट जाती है. ट्रेपों को हवा छत
पर लगे कोविल से मिलती है .
वैन्ट (हवा ) के पाईप
प्लम्बिंग (plumbing) का मतलब है एक पाईप को दूसरे पाईप से जोड़ना . जोड़ने वाले को प्लमबर कहते हैं .
साईफन क्या होती है ?
कार की टंकी से पीवीसी फ्लेक्सिब्ल पाईप से पेट्रोल नीकालने के लिए का एक सिरा टंकी में पेट्रोल में डूबा दो और दूसरे सिरे पर मुहं लगा कर हवा खींचो. पेट्रोल आप के मुहं में आ जाएगा.
इस सिरे को अब बोतल में डाल दो पेट्रोल आता रहेगा क्यों की अब साईफन बन गयी,
बोतल भरने से पहले टंकी वाले सिरे को टंकी में उठा कर हवा दे दो.
साइफन टूट जायगी और पेट्रोल बाहर आना बंद हो जाऐगा.
साइफन टूटने के लिए पाईप का हवा को अंदर लेना बहुत जरूरी है.
इसी तरेह ड्रेन में पानी छोड़ने पर साइफन ईफैक्ट पानी को नीचे खींचता है और अंत में ट्रैप को हवा मिल जाती है और थोडा पानी ट्रैप में छोड़ कर साइफन टूट जाती है. ट्रेपों को हवा छत
पर लगे कोविल से मिलती है .
वैन्ट (हवा ) के पाईप
ट्रैपों को वैन्ट (हवा ) के पाईप से जोड़ने से वेह काम बेहतर करते हैं .
आज कल तो वैन्ट पाईप गायब ही हो गये हैं.
हाई राईज बिल्डिंगज में तो दिखाई देते हैं .
ड्ब्लयू सी (W.C.)
का मतलब
वाटर कलोजेट (Water Closet)
यूरोपीयंन स्टाइल और इंडियन स्टाइल
यूरोपीयंन स्टाइल ड्ब्लयू सी (W.C.)
इंडियन स्टाइल ड्ब्लयू सी (W.C.)
यूरोपीयंन स्टाइल ड्ब्लयू सी (W.C.) दो तरह के
सिंगल साईफोनिक और ड्ब्ल साईफोनिक
ड्रेन पाईप
यही तो सैनीटरी के वो पाईप हैं जो घर का गंदा पानी घर से निकाल कर सीवेज में ले जाते रहते हैं .
यह दो तरह के होते हैं .
1 वेस्ट पाईप
Figure 1 - With bathroom fixture less than 6 feet from the vent stack, there is no need to create a secondary vent connection to the stack.
Figure 2 - With the bathroom fixture farther than 6 feet from the vent stack a secondary connection should be made.
Figure 3 - Bathroom vent pipe diagram
2 सौयल पाईप
वेस्ट पाईप में केवल पानी चलता है जैसा के किचन का या बाथ टब का गंदा पानी निकालने वाले ड्रेन पाईप
और सौयल पाईप में पानी के साथ साथ मल भी जैसे के लैट्रीन का मल ले जाने वाले ड्रेन पाईप
स्टैक पाईप
खड़े ड्रेन पाईपों को स्टैक पाईप कहते हैं .
1 वेस्ट स्टैक
2 सौयल स्टैक
Figure 4 - Filled drain trap prevents sewer gas from entering the home.
Figure 5 - Empty drain trap allows sewer gas to enter the home.
रेन वाटर पाईप
जो पाईप छतों का बारिश का पानी नीचे उतार कर घर से बाह्रर निकालते हैं उन्हें रेन वाटर पाईप कहते हैं .
छत पर इन की लोकेशन और साईज ऐसी होनी चाहिए के बारिश का पानी जल्दी से जल्दी नीचे निकल जाए. साथ में कितने पाईप, किस साइज़ के कहाँ कहाँ लगाने हैं उस पर अच्ही सोच विचार की जरूरत है . यह पका कर लें की बारिश का पानी छत पर कहीं भी नहीं रुकेगा , बार्रिश के दोहरान या बाद में. इन पाईपों में कचरा पत्ते भी नहीं जाने चाहीये. बारिशों से पहले या रेगुलरली छत पर जा कर पक्का कर लेना चाहिये की पानी को पाईप तक पहुंचने में कोई रुकावट नहीं होगी .
वाटर हार वैसटिंग (Water Harvesting)
बारिश का पानी बचा कर जमीन के अंदर डालने को वाटर हार वैसटिंग (Water Harvesting) कहते हैं. ऐसा करने से जमीन के अंदर के पानी की शोरटेज पूरी होगी. अब हमें शहरों में काफी नीचे तक पानी के लिए बोर करना पड़ता है और पानी इतना कम हो गया है और इतना डीप चला गया है , के सरकार को कई ईलाकों में बोर करने पर रोक लगानी पड़ी है . वाटर हार वैसटिंग (Water Harvesting) ही इस का हल है, इसी लिए अब देलही में 300 गज या इस से बड़े प्लाटों में वाटर हार वैसटिंग (Water Harvesting) करवाना कम्पलसरी कर दिया गया है नहीं तो नक्षा ही पास नहीं होता और कम्पलीशन सर्टीफिकेट भी नहीं मिलता.
Recharge Shaft Suitable for roof top area greater than 1500 sq.metres
http://delhi.gov.in/wps/wcm/connect/doit_djb/DJB/Home/Rain+Water+Harvesting/harvesting5
आज कल तो वैन्ट पाईप गायब ही हो गये हैं.
हाई राईज बिल्डिंगज में तो दिखाई देते हैं .
ड्ब्लयू सी (W.C.)
का मतलब
वाटर कलोजेट (Water Closet)
यूरोपीयंन स्टाइल और इंडियन स्टाइल
यूरोपीयंन स्टाइल ड्ब्लयू सी (W.C.)
इंडियन स्टाइल ड्ब्लयू सी (W.C.)
यूरोपीयंन स्टाइल ड्ब्लयू सी (W.C.) दो तरह के
सिंगल साईफोनिक और ड्ब्ल साईफोनिक
ड्रेन पाईप
यही तो सैनीटरी के वो पाईप हैं जो घर का गंदा पानी घर से निकाल कर सीवेज में ले जाते रहते हैं .
यह दो तरह के होते हैं .
1 वेस्ट पाईप
Figure 1 - With bathroom fixture less than 6 feet from the vent stack, there is no need to create a secondary vent connection to the stack.
Figure 2 - With the bathroom fixture farther than 6 feet from the vent stack a secondary connection should be made.
Figure 3 - Bathroom vent pipe diagram
2 सौयल पाईप
वेस्ट पाईप में केवल पानी चलता है जैसा के किचन का या बाथ टब का गंदा पानी निकालने वाले ड्रेन पाईप
और सौयल पाईप में पानी के साथ साथ मल भी जैसे के लैट्रीन का मल ले जाने वाले ड्रेन पाईप
स्टैक पाईप
खड़े ड्रेन पाईपों को स्टैक पाईप कहते हैं .
1 वेस्ट स्टैक
2 सौयल स्टैक
Traps:
The drain traps installed on all drainage lines going to all plumbing fixtures with the exception of the toilet are critical for the health and comfort of your family. The trap "traps" water which in turn prevents sewer gases from entering the living quarters of your home, as shown in Figures 4 and 5.
Figure 4 - Filled drain trap prevents sewer gas from entering the home.
Figure 5 - Empty drain trap allows sewer gas to enter the home.
The toilet has its own water trap molded into the porcelain bowl section.
Note: If you have sinks, toilets, showers and/or bathtubs that are not used often, water should be placed down the drain (toilets flushed) every 30 days. The water in traps will evaporate over time, by pouring water down the drain or flushing the toilet you replace any water that may have evaporated preventing sewer gas from entering the home.
Water Supply:
The water supply lines are relatively easy to install compared to the drainage and vent piping. Because they can be installed in any direction, with bends and loops they can easily avoid any obstacles such as the drainage lines. There are a few items to consider during the installation of the hot and cold water lines.
Many older homes used galvanized piping for the water supply. Over time, galvanized water pipes corrode and develop leaks, as shown in Figure
Galvanized pipes were replaced by copper.
Now many homes have the internal water piped in plastic and uPVC pipes (check your building codes, in some areas plastic cannot be used in others plastic can only be used for cold water).
रेन वाटर पाईप
जो पाईप छतों का बारिश का पानी नीचे उतार कर घर से बाह्रर निकालते हैं उन्हें रेन वाटर पाईप कहते हैं .
छत पर इन की लोकेशन और साईज ऐसी होनी चाहिए के बारिश का पानी जल्दी से जल्दी नीचे निकल जाए. साथ में कितने पाईप, किस साइज़ के कहाँ कहाँ लगाने हैं उस पर अच्ही सोच विचार की जरूरत है . यह पका कर लें की बारिश का पानी छत पर कहीं भी नहीं रुकेगा , बार्रिश के दोहरान या बाद में. इन पाईपों में कचरा पत्ते भी नहीं जाने चाहीये. बारिशों से पहले या रेगुलरली छत पर जा कर पक्का कर लेना चाहिये की पानी को पाईप तक पहुंचने में कोई रुकावट नहीं होगी .
वाटर हार वैसटिंग (Water Harvesting)
बारिश का पानी बचा कर जमीन के अंदर डालने को वाटर हार वैसटिंग (Water Harvesting) कहते हैं. ऐसा करने से जमीन के अंदर के पानी की शोरटेज पूरी होगी. अब हमें शहरों में काफी नीचे तक पानी के लिए बोर करना पड़ता है और पानी इतना कम हो गया है और इतना डीप चला गया है , के सरकार को कई ईलाकों में बोर करने पर रोक लगानी पड़ी है . वाटर हार वैसटिंग (Water Harvesting) ही इस का हल है, इसी लिए अब देलही में 300 गज या इस से बड़े प्लाटों में वाटर हार वैसटिंग (Water Harvesting) करवाना कम्पलसरी कर दिया गया है नहीं तो नक्षा ही पास नहीं होता और कम्पलीशन सर्टीफिकेट भी नहीं मिलता.
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Recharge Shaft Suitable for roof top area greater than 1500 sq.metres
http://delhi.gov.in/wps/wcm/connect/doit_djb/DJB/Home/Rain+Water+Harvesting/harvesting5
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